राजधानी दिल्ली की लाइफ लाइन कहे जाने वाली कैट्स एंबुलेंस के कर्मचारियों का नहीं मिला वेतन
लोकेशन नरेला
राजधानी दिल्ली की लाइफ लाइन कहे जाने वाली कैट्स एंबुलेंस के कर्मचारियों का करीब 4 महीने से वेतन नहीं मिला है जिसको लेकर सभी कर्मचारियों ने अपनी गाड़ियों को सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र अस्पताल के बाहर खड़ा कर दिया आम आदमी पार्टी ने किया संबंधों के कर्मचारियों का निजीकरण कर दिया था जिसके बाद कंपनीयों को टेंडर दे दिया गया जिसमें कई कंपनियां शामिल थी जिसमें सामान्य वेतन जो सरकार की तरफ से तय किया गया है वह भी कर्मचारियों को नहीं मिल रहा बल्कि कंपनियां अपनी मनवार जी से कर्मचारियों को वेतन दे रही है.
जो कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हुए मेडुलन्स कंपनी के और उनकी मांग है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं की जाएगी तब तक यह इसी तरह हड़ताल पर बैठे रहेंगे चाहे किसी भी तरह की आपदा में कॉल आए लेकिन यह लोग काम नहीं करेंगे क्योंकि आपदा के समय कैच के कर्मचारी मौके पर पहुंचते और घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचते हैं ऐसे में दिल्ली की स्वास्थ्य व्यवस्था भी कैमरा सकती है अब ऐसी सरकार को चाहिए कि जल्द से जल्द उनकी समस्या का निवारण करें
हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने बताया कि ना तो उन्हें पीएफ मिलता है और ना ही ऐसी की सुविधा है और ना ही कोई इंश्योरेंस आपको जानकारी दे दे जब आम आदमी पार्टी ने चैट सब मनुष्य कर्मचारियों का निजीकरण किया था उसे दौरान 400 कर्मचारियों को निकाल दिया गया जिनका कोर्ट केस भी चल रहा है राजधानी दिल्ली में मेडूलेंस कंपनी को टेंडर दिया गया है जिसमें कई अन्य कंपनी अभी शामिल थी लेकिन मेंडूलेंस कंपनी की कर्मचारियों को पिछले 4 महीने से वेतन नहीं मिल रहा है जिसको लेकर सभी कर्मचारी हड़ताल पर है जो की राजधानी दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में है लेकिन अब देखने वाली बात होगी यह राजधानी दिल्ली में मौजूदा सरकार इनकी कब तक सुनती है या फिर यह इसी तरह हड़ताल पर बैठे रहेंगे