राष्ट्रीय चिंतन बैठक में संत समाज के खिलाफ राजनीतिक बयान बाजी पर दिखा गुस्सा
दिल्ली के जैन भवन सभागार में संत समाज ने राष्ट्रीय चिंतन बैठक का आयोजन किया जहां देश के अलग-अलग राज्यों से महंत और साधु संतों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और बड़ी संख्या में ब्राह्मण समाज के पदाधिकारी उपस्थित हुए साथ ही जिस तरह से सनातन धर्म पर आघात करते हुए इसका राजनीतिकरण किया जा रहा है साथ ही राजनीतिक दलों द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग कर संत समाज को बदनाम किया जा रहा है यह बहुत ही ज्यादा नींद निय और शर्मनाक है मीडिया से बात करते हुए जितेंद्रनंद सरस्वती जी महाराज ने कहां साधु संत समाज को आगे लाने का काम करते है और वही संत समाज आने वाली पीढ़ी को सही दिशा देता है उसे इस तरह से बदनाम करना एक शर्मनाक कार्य है।
वहीं राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय गौतम ने भी इस पर चिंता जताई और और कहां सनातन धर्म ने इस समाज को बहुत कुछ दिया है आज उसे इस तरह से अपमानित करना एक घृणित कार्य है जिस तरह से अखिलेश यादव ने कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ अप शब्द बोले वो यह दिखाता है की अखिलेश यादव का ज्ञान कितना है जबकि वह एक सुबे के मुख्यमंत्री रहे हैं उन्हें यह सब शोभा नहीं देता और यही वजह है वह अपने कर्मों का फल भोग रहे हैं