दिल्ली से अजीत कुमार की रिपोर्ट
स्टोरी सनोठ में हो रहे हैं धरने प्रदर्शन को किसानों का मिला समर्थन
सनोठ गांव में 5 दिनों से लोग धरने पर बैठे हैं जिसमें बुजुर्ग महिलाएं युवा वह बच्चे भी शामिल है लेकिन धरने के पांचवें दिन धरने पर बैठे लोगों को किसानों का भी समर्थन मिल गया जो पिछले कुछ सालों से कुदरगढ़ इलाके में किसान धरने पर बैठे हैं वह किस भी आज उसे धरने में शामिल हुए और उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर सरकार के साथ लड़ने की बात कही सनोठ गांव के लोगों ने धरना इसलिए दिया क्योंकि वहां पर एक डंपिंग यार्ड बना दिया गया जिसकी वजह से लोगो मे कई तरहे की बीमारियां हो गई किसान नेता जंतर मंतर जाने से पहले ही अपने साथियों के साथ वहां धरने में पहुंचे और सनोठ गांव के लोगों को आश्वासन दिया कि वह इस धरने में कंधे से कंधा मिलाकर उनके साथ है और वह इस मुद्दे को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा से भी बात करेंगे
नरेला विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत सनोठ गांव में पिछले कुछ सालों से डंपिंग यार्ड बनाया गया जिसकी वजह से वहां के लोगों को कई बीमारियां हो गई किसी की आंखें चली गई तो किसी की किडनी खराब हो गई तो किसी को दम एक बीमारी हो गई और किसी को चर्म रोग हो गया लेकिन शुरुआत में लोगों को पता नहीं लगा कि यह बीमारियां क्यों हो रही है जब डॉक्टर के पास इलाज के लिए लोग जाने लगे और बताया गया और वहां के हालात बताए गए जिसको लेकर डॉक्टर ने खुलासा किया कि वह बीमारियां डंपिंग यार्ड से हो रही है जिसके चलते लोगों ने कई बार सरकार से पत्राचार किया लेकिन सरकार ने उनके मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया जिसको लेकर लोगों ने धरना दे दिया.