मध्य ज़िले के करोल बाग थाने की पुलिस टीम ने कूरियर पार्सल चोरी का किया भंडाफोड़
30 लाख रुपये मूल्य के 385 मोबाइल फ़ोनों की कूरियर पार्सल चोरी का 18 घंटे के भीतर किया पर्दाफ़ाश चोरी के चार आरोपियों को चोरी के 376 मोबाइल फ़ोन के साथ किया गिरफ़्तार
• चोरी के अपराध में इस्तेमाल किया गया एक ई-रिक्शा भी किया गया बरामद।
6 सितंबर 2025 को पुलिस स्टेशन करोल बाग में BNS की 303(2)के तहत लगभग ₹30 लाख मूल्य के मोबाइल फोन के चार पार्सल चोरी होने के संबंध में एक ई-FIR प्राप्त हुई शिकायतकर्ता जो बिहार के सिवान का एक मोबाइल फोन व्यापारी है उसने बताया कि वह पिछले 8-10 वर्षों से मोबाइल की दुकान चला रहा है। स्टॉक जुटाने के लिए उसने 31अगस्त 2025 को दिल्ली के करोल बाग में थोक विक्रेताओं से 385 नए मोबाइल फोन मंगवाए। शिकायतकर्ता ने बीएचआर कूरियर, बैंक स्ट्रीट करोल बाग के माध्यम से माल बुक किया और थोक विक्रेता ने चारों पार्सल कूरियर चालक अभिषेक सिंह को ई-रिक्शा में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन तक पहुँचाने के लिए सौंप दिए जहाँ से उन्हें वैशाली एक्सप्रेस द्वारा भेजा जाएगा। जब शिकायतकर्ता को बिहार के सिवान में माल मिला तो उसने पार्सल खोले और पाया कि उनमें मोबाइल फोन की बजाय केवल कार्डबोर्ड और रद्दी कागज़ थे। अपराध की गंभीरता को देखते हुए एसीपी आशीष कुमार के निर्देश पर करोल बाग के SHO इंस्पेक्टर साकेत कुमार की देखरेख में एक विशेष टीम गठित की गई टीम ने आरोपियों और पार्सल ले जा रहे ई-रिक्शा की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से जाँच की। सीसीटीवी फुटेज के ज़रिए आरोपियों की पहचान की गई और उनका पता लगाने के लिए गुप्त मुखबिरों को भी सक्रिय किया गया। 06.09.2025 को, एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए करोलबाग थाने की टीम ने बीड़नपुरा में छापा मारा और कूरियर पार्सल चोरी में शामिल दो भाइयों विकास और अभिषेक सिंह को गिरफ्तार किया उनके घरों की तलाशी ली गई और तलाशी के दौरान एक ई-रिक्शा बरामद किया गया जिसमें 376 चोरी के मोबाइल फोन से भरे छह बक्से थे उनको पुलिस ने बरामद कर लिया है जिसके बाद मध्य जिला के DCP निधिन वाल्सन ने प्रेस वार्ता कर मामले की जानकारी मीडिया को दी।
पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ में उनकी निशानदेही पर उनके साथी आरोपियों के स्थान का पता लगाने के लिए लगातार तकनीकी और जमीनी निगरानी की जीसके बाद 8सितंबर 2025 को छापेमारी की गई और टीम ने अशोक पहाड़ी झंडेवालान करोल बाग इलाके में किशन का सफलतापूर्वक पता लगा लिया। आगे की जाँच में उसके सहयोगी जिसकी पहचान चेतन झा के रूप में हुई को उसके आवास से गिरफ्तार कर लिया गया शेष चोरी की गई संपत्ति की बरामदगी के प्रयास जारी हैं।