नई दिल्ली:दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Elections 2025) की सरगर्मी के बीच विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA के अस्तित्व को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं. इस गठबंधन को बनाने वाले नेता ही इसे खत्म करने की बात करने लगे हैं. RJD नेता तेजस्वी यादव, अरविंद केजरीवाल, उमर अब्दुल्ला, अखिलेश यादव और उद्धव ठाकरे के बाद अब इस लिस्ट में शरद पवार भी शामिल हो गए हैं. शरद पवार (Sharad Pawar) ने मंगलवार को साफ कर दिया कि विपक्षी दलों का गठबंधन INDIA राष्ट्रीय स्तर के चुनावों के लिए बना था. विधानसभा चुनाव में इसका कोई मतलब नहीं है. शरद पवार ने कहा कि लोकल चुनाव और राज्य के चुनावों के लिए कभी INDIA गठबंधन में चर्चा नहीं हुई.
मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शरद पवार ने कहा, “INDIA अलायंस में कभी भी स्टेट और लोकल इलेक्शन को लेकर कोई बात नहीं हुई थी. गठबंधन नेशनल लेवल के इलेक्शन यानी लोकसभा चुनाव के लिए था. गठबंधन की सारी पार्टियां आने वाले 10 दिनों के अंदर लोकल इलेक्शन को लेकर स्थिति साफ करेगी.”
जब NCP(SP) के चीफ शरद पवार से पूछा गया कि क्या दिल्ली के चुनाव में आम आदमी पार्टी बनाम कांग्रेस का मुकाबला होने जा रहा है? जवाब में उन्होंने कहा, “INDIA ब्लॉक का मतलब सिर्फ नेशनल इलेक्शन से था. दिल्ली का चुनाव अरविंद केजरीवाल का इलाका है. दिल्ली की जनता ने केजरीवाल की पार्टी को लगातार दो बार बहुमत दिया है. इसलिए अच्छा होता, अगर हम उन्हें विश्वास में लेकर कुछ कर पाते.”
इससे पहले शरद पवार की सांसद बेटी सुप्रिया सुले ने भी कहा कि पार्टियां लोकल इलेक्शन अकेले ही लड़ती आई हैं. सुप्रिया सुले ने कहा, “लोकल इलेक्शन वास्तव में पार्टी कार्यकर्ताओं का होता है. अगर गठबंधन ऐसे चुनाव लड़ेगा, तो कैडर क्या करेंगे. क्या वो सिर्फ नेताओं के गद्दे उठाएंगे?”
दिल्ली वालों के दिल में क्या, वे मुद्दे कौन से जो इस बार हार-जीत तय करेंगे?
लोकसभा चुनाव 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और BJP को हराने के मकसद से विपक्षी दल एक साथ आए थे. 18 जुलाई 2023 को बेंगलुरु में इसकी नींव रखी गई थी. इसका नाम INDIA रखा गया. INDIA यानी इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इन्क्लूसिव अलायंस. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अलायंस का अध्यक्ष बनाया गया. लीडरशिप तय होनी थी, जो अब तक नहीं हो पाई है.
INDIA अलायंस में शुरुआत में 26 पार्टियां शामिल हुईं. बाद में छोटे-छोटे दल जुड़ते गए. अब INDIA ब्लॉक में 37 पार्टियां हैं, जबकि BJP के नेतृत्व वाले NDA में 41 दल हैं. वहीं, JJP, अकाली दल जैसी कई पार्टियां ऐसी भी हैं, जो किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं.
INDIA में शामिल हैं ये पार्टियां
-भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC)
-भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (CPIM)
-आम आदमी पार्टी (AAP)
-तृणमूल कांग्रेस (TMC)
-भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI)
-द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK)
-जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC)
-झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM)
-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार)
–राष्ट्रीय जनता दल (RJD)
-समाजवादी पार्टी (SP)
-शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे (SHS UBT)
-अखिल भारतीय फॉरवर्ड ब्लॉक (AIFB)
-भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन
-क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी (RSP)
-केरल कांग्रेस एम (KC M)
-विदुथलाई चिरुथैगल काची (VCK)
-मरुमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (MDMK)
-जम्मू और कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) -केरल कांग्रेस (KC)
-इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML)
-राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP)
-मणिथानेया मक्कल काची (MMK) -कोंगुनाडु मक्कल देसिया कच्ची (KMDK)
-भारतीय किसान और मजदूर पार्टी (PWPI)
-रायजोर दाल (RD)
-असम जातीय परिषद (AJP)
-आंचलिक गण मोर्चा (AGM) -ऑल पार्टी हिल लीडर्स कॉन्फ्रेंस (APHLC)
-गोवा फॉर्वर्ड पार्टी (GFF)
-हमरो पार्टी (HP)
-मक्कल नीधि मैयम (MNM)
-जन अधिकार पार्टी (JAP)
-विकासशील इंसान पार्टी (VIP)
-पुर्वांचल लोक परिषद (PLP)
-जातीय दल असम (JDA)
-समाजवादी गणराज्य पार्टी (SGP)
लोकसभा चुनाव 2024 में कैसा रहा INDIA अलायंस का प्रदर्शन?
लोकसभा चुनाव 2024 में कुल 543 सीटों में से BJP ने 441 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ा. बाकी सीटें NDA सहयोगियों को दी गईं. जबकि INDIA अलायंस ने 466 सीटों पर एक साथ कैंडिडेट्स उतारे. INDIA अलायंस ने 234 सीटें जीती. NDA ने 293 सीटें जीतीं. कांग्रेस ने अलायंस की अगुवाई की थी. उसने 99 सीटें जीतीं. सपा ने 37, TMC ने 29 और DMK ने 22 सीटें जीतीं.
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INDIA को लेकर कब किसने दिया बयान?
हाल के समय में INDIA अलायंस को खत्म करने को लेकर कई नेता बयान दे चुके हैं.
-7 जनवरी को RJD नेता तेजस्वी यादव ने कहा- “INDIA गठबंधन का मुख्य उद्देश्य लोकसभा चुनाव में BJP को हराने तक सीमित था.”
-8 जनवरी को अरविंद केजरीवाल ने कहा, “दिल्ली के चुनाव में INDIA अलायंस को कोई काम नहीं है. ये चुनाव AAP और BJP का है.”
-9 जनवरी को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा- “विपक्ष एकजुट नहीं है, इसलिए INDIA ब्लॉक को भंग कर देना चाहिए.
-10 जनवरी को शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने कहा- “अब INDIA ब्लॉक का वजूद नहीं है, तो कांग्रेस घोषणा कर दे, हम अपने-अपने रास्ते चुन लेंगे.”